Manav Dharam
जिस प्रकार हम भोजन कर अपने शरीर का विकास करते हैं उसी प्रकार हम अपनी आत्मा का विकास कैसे करेंगे
आत्मा के ज्ञान से ही हम अपनी आत्मा का विकास कर सकते हैं
आत्मा का ज्ञान सच्चे सतगुरु हे दे सकते हैं बिना ज्ञान के मुक्ति न्ही मिल सकती और बिना गुरु के ज्ञान नही मिलता
आत्माज्ञांन ही परमज्ञांन अर्थात आत्मा का ज्ञान ही सभी ज्ञान का मूल है इसलिए उठो जागो और आत्मा का ज्ञान प्राप्त करो
मनुष्य के जीवन को व्यर्थ ना गवायों मनुष्य जीवन बड़े भाग्य से मिलता है और मनुष्य जीवन ही मुक्ति का मार्ग है
दूसरी योनियों में वह परमात्मा का चिंतन नही कर सकता है मनुष्य ही ऐसी योनि है जिसमे वह भगवान का ज्ञान जानकार भजन कर सकता है अन्या जीव भजन नही कर सकते इसलिए मनुष्य जीवन ही उत्तम है आत्मा का ज्ञान जाने के बाद मनुष्य के मन के विकारों का शमन होता है और वह परमात्मा को अपने नज़दीक पाता है
अधिक जानकारी के लिए www.manavdharam.org पर log on करें
धन्यवाद
आत्मा के ज्ञान से ही हम अपनी आत्मा का विकास कर सकते हैं
आत्मा का ज्ञान सच्चे सतगुरु हे दे सकते हैं बिना ज्ञान के मुक्ति न्ही मिल सकती और बिना गुरु के ज्ञान नही मिलता
आत्माज्ञांन ही परमज्ञांन अर्थात आत्मा का ज्ञान ही सभी ज्ञान का मूल है इसलिए उठो जागो और आत्मा का ज्ञान प्राप्त करो
मनुष्य के जीवन को व्यर्थ ना गवायों मनुष्य जीवन बड़े भाग्य से मिलता है और मनुष्य जीवन ही मुक्ति का मार्ग है
दूसरी योनियों में वह परमात्मा का चिंतन नही कर सकता है मनुष्य ही ऐसी योनि है जिसमे वह भगवान का ज्ञान जानकार भजन कर सकता है अन्या जीव भजन नही कर सकते इसलिए मनुष्य जीवन ही उत्तम है आत्मा का ज्ञान जाने के बाद मनुष्य के मन के विकारों का शमन होता है और वह परमात्मा को अपने नज़दीक पाता है
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